Friday, June 19, 2009

रात भी आली रत्ब्याणु हैसलू, अँधेरा मन उज्येलु

देर होली अबेर होली-२होली जरुर सबेर होली
हिटदी जा हिटदी जा(च..)देर होली अबेर होली-२

होली जरुर सबेर होली-२हिटदी जा हिटदी जा हिटदी जा........हो ओ
ओबटवे रे हिटदी जा-2(च..)

मुख फेर फेरी फेरी अंधेरु नि छटेणू
बाठु हेरी हेरी बाठु नि कटेणू

मुख फेर फेरी फेरी अंधेरु नि छटेणू
बाठु हेरी हेरी बाठु नि कटेणू
कैमा क्या पुछदी बैठी क्या सोचदी-२
पैली भी व्हे फेर होली.
होली जरुर सबेर होली-२
हिटदी जा हिटदी जा हिटदी जा......हो ओ ओ
बटवे रे हिटदी जा (च..)

खैरी बिपदा का बिष कांडा काटी,
अंधेरु बिरै कि सुबठा छांटी.

हिटदी जा हिटदी जा (च..)

खैरी बिपदा का बिष कांडा काटी,
अंधेरु बिरै कि सुबठा छांटी
मारी लपाक लन्गै कि बुरैइ-२
सोच भलु भलु कैर होली.

होली जरुर सबेर होली-२
हिटदी जा हिटदी जा हिटदी जा......हो ओ ओ
बटवे रे हिटदी जा-२ (च..).

रात भी आली रत्ब्याणु हैसलू, अँधेरा मन उज्येलु
पौन्छालू.

हिटदी जा हिटदी जा (च..)

रात भी आली रत्ब्याणु हैसलू, अँधेरा मन उज्येलु
पौन्छालू
कांडों मा फूल डान्डों मा हैर्याली-२
दुनिया देखली जैबेर होली.

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