Thursday, May 14, 2009

रूठी पकी जवादी चुना की

रूठी पकी जवादी चुना की , हरी बोला जी हरी बोला जी हरी बोला जी रूठी पकी जवादी चुना की , हरी बोला जी हरी बोला जी, हरी बोला जीचैत का महना , चोरी न कियां , चोरी की चीज न छुइयाँ -2प्यारु छ महना , बैसाख बिना , बीडी तम्बाखू धुवां कालू भैसू , कलेजू बैथालू , खांसी पडली भ्वेइआन हरी बोला जी, हरी बोला जीजेठ जेथैयाँ , दें छ धनदो , जब बांट बतियाँ -2महना अशाद , बात बिगाड़ , जी तेरी शादी न हियाँ हरी बोला जी, हरी बोला जीसौंण भी सौंण झादिकी लागौना , सुधि नि सेय्नु भ्वियाँ -2भाग भदैयां , काग बिरिया , भाई भैयुं मा चुईयाँ हरी बोला जी, हरी बोला जीअशौज असुज , तू रेहंदु बेबूझ , दिन हरी भजिया -2प्यारी छ रात , कार्तिक मॉस , कलि कमली ओढ़ना बिचैयाँ हरी बोला जी, हरी बोला जीआलू मंगसीर , रहनु धन्ग्सीर , उध्मतु न हियाँ -2पूष छ प्यारु , पीयान ना दारु , दारु दरोल्या ना हियाँ हरी बोला जी, हरी बोला जीमागु रे मागु , रांड को लागु , धर धरून न जियान -2देख्की की बहनी , महना फागुनी , धान कमानी नि लानी लगनी नि चुइयाँ हरी बोला जी, हरी बोला जीjiदा बोला हरी बोला जी, हरी बोला जी हरी बोला जी, हरी बोला जीहरी बोला जी, हरी बोला जी

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