न दोड़sss - न दोड़ तै उन्दरी का बाटाउन्दारीयु का बाटाssssssउन्दरी कु सुख द्वि -चार घड़ी को उकळी को दुःख सदनी को सुख लाटाsssssसौन्गु (आसन ) चितेंद अर दोडे भी जांदपर उन्दरी को बाटा उन्द जांद मनखी खैरी त आन्द पर उत्याडू (ठोकर) नि लगदु उबू (उपर) उठ्द मनखी उकाल चडी की न दोड़sss - न दोड़ तै उन्दरी का बाटाउन्दारीयु का बाटाssssssऍच गोंउ मुख मा ज्वा गंगा पवित्र उन्दरियो मा दनकीक कोजाल ह्वे गे गदनीयू मा मिलगे जो हियूं उन्द बौगीssssजो रेगे हिमालय म वी चमकणुच आsssssन दोड़sss - न दोड़ तै उन्दरी का बाटाउन्दारीयु का बाटाssssssबरखा बातोणियो मा भी उन्द नी रडनी जू तुक पहुची गनी खैरी खै-खै की जोल नी बोटी धरती माँ पर अंग्वाल उन्द बौगी गनी अपणी खुशीयूनन दोड़sss - न दोड़ तै उन्दरी का बाटाउन्दारीयु का बाटाssssss--------------------------------
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