Wednesday, April 29, 2009


अगर रख सको तो 1 निशानी हु मैं,और खो दो तो सिर्फ 1 कहानी हू मैं,रोक पाए ना जिसको ये सारी दुनिया,वो 1 बूंद आंख का पानी हू मैं.............!!!!सबको प्यार देने की आदत है मुझे,अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है मुझे ,कितना भी गहरा जख्म दे कोई ,उतना ही ज्यादा मुस्कुराने की आदत है मुझे .....!!!!इस अजनबी दुनिया में ,अकेला एक खवाब हू ,सवालों से खफा ,छोटा सा जवाब हू ,जो ना समझ सके ,उनके लिए " कौन " ,जो समझ चुके ,उनके लिए किताब हू मैं ,दुनिया की नज़र में ,जाने क्यों चुभा सा ,सबसे नशीला और बदनाम शराब हू मैं ,सर उठाकर देखो ,वो देख रहा है तुमको ,जिसको ना देखा उसने ,वो चमकता आफ़ताब हू मैं ,आँख से देखोगे ,तो ख़ुशी पाओगे ,दिल से पूछोगे ,तो दर्द का सैलाब हू मैं .........!!