Monday, June 21, 2010
"हे गंगा जी की औत हे गंगा जी की औत , तराजू न तौली लेण ,कैकी माया भौत तराजू म तौली लेण हो हे झंगौरा की घाण, जैकी माया घनघोर अंखियों मा पछाण, जैकी माया घनाघौर हो हे सड़कों का घूमा ,हे सड़कों का घूमा , सदानी नि रेंदू सुवा , सदानी नि रेंदू सुवाजवानी की धुमा , सदानी नि रेंदुं सुवा हो भैरा रींगी भैराक भैरा रींगी भैराक तरूणी उमर सुवा ,बथोंसी हराक, तरूणी उमर सुवा हो हे घुघूती कु घोल , घुघूती कु घोला , मनखी माटु हेवे जांदू रही जांदा बोल , मनखी माटु हेवे जांदू हो हे गौडी कु मखानम हे गौडी कु मखान दुनिया न मरी जाण दुनिया न मरी जाण, क्या लिजाण यखान, दुनिया न मरी जाण हो हे गंगाजी की औन्त , कैकी माया घनाघौर, तराजू म तौली लेन कैकी माया भौत तराजू म तौली लेन... हो "
--
Bisht G
Contt:- 9999 451 250
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment