Friday, July 9, 2010


एक नोनी अपड़ा ब्यो का बाद अपना मन माँ ची सोचनी और ... मन हि मन कुछ यन विचार छीन आना ... जा भाग्यानी तू मैत न्है जा मेरो रैवार बई मूं ली जा इनु बोल्यान तुम बई मूं मेरी खुद लगी बल बई तेरी बाबा को बोयान तुमन भलों करे रुपयों खैक मेरो बुरो करे बाबा दिने चौ डाण्डों पोर भायों करे रुपयों जोर भौजी बोल्यान मैं जागी रौ लो यूँ की हालात तबो लौलो ये गौं पाणी दूरो मऊ पूस जाड़ो बूरो-
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