Monday, July 12, 2010

नयु-नयु ब्यो च मीठी-मिठि छुईं लगौंला
पत्नी अपनेपति से कहतीहै की अजीसुनिये! आप इतनी जल्दीबाजी मतकरिये। हमारी नयी-नयी शादी है, हम धीरे-धीरे मीठी मीठी बातें करतेहुए जायेंगे। पति कहता है कि अजीनहीं तुम तेज तेज चलो, हम लोगजल्दी-जल्दी जायेंगे और इन बातोंको हम घर पर पहुंच कर आराम सेकरेंगे।

पत्नी बहाना बनाते हुए कहती है किअब तुम ही बताओ मैं तेज तेज कैसेचल पाउंगी, मेरे इतने ऊंचे सैण्डलहैं, यह चढ़ाई वाला ऊंचा रास्ता है, और गर्मी के दिन है। चलो ऐसाकरते हैं कि हम दोनों लोग किसीपेड़ की छाया में बैठ जाते हैं, औरफिर मीठी मीठी बातें करते हैंआखिर हमारी नयी नयी शादी हुईहै।
दोनों की नयी- नयी शादी हुईलड़की सैंडल पहन के पहाड़ी रश्तोंपर चलने में असमर्थ है
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भावार्थ - पति समझाते हुए कहताहै कि अब तुम ज्यादा फैशन कीबातें ना करो, जल्दी-जल्दी चलो, यदि सैण्डल से परेशानी हो रही हैतो सैण्डल अपने बटुए में रख लोऔर नंगे पैर ही चलो, अगर हमलोग जल्दी घर नहीं पहुंचे तो यहींभूखे मर जायेंगे, इसलियेजल्दी-जल्दी चलते हैं और इनबातों को घर पर पहुंच कर आरामसे करेंगे।

पत्नी झूठा गुस्सा करते हुए कहती हैकि तुम तो सिर्फ बात ही करने वालेलगते हो, तुम बहुत बड़े कन्जूसहो,मुझे पैदल वाले रास्ते से ले आयेइससे तो अच्छा होता कि हमआराम से गाड़ी की पिछली सीट परबैठ कर यात्रा करते, अब चलो आओथोड़ा नीचे बैठो, और फिर मीठीमीठी बातें करते हैं आखिर हमारीनयी नयी शादी हुई है।

पति फिर समझाता है कि कलपरसों से तुम्हें खेतों पर काम करनेजाना होगा, तुम अपने इन कोमलहाथ पैरों से कैसे खा पाओगीगुजर-बसर करोगी), जब इस भरीजवानी में ही तुम्हारे यह हाल है तोपता नहीं बुढापे में तुम्हारा क्याहोगा? अब तुम तेज तेज चलो, हमलोग जल्दी-जल्दी जायेंगे और इनबातों को हम घर पर पहुंच करआराम से करेंगे।
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Bisht G
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